आपत्तिजनक वीडियो पाकिस्तान समेत दूसरे देशों में बनाने की बात सामने आ रही

कोरोना वायरस के खतरे से न डरने के लिए इस वक्त सोशल मीडिया पर वीडियो की बाढ़ सी आ गई है। टिकटॉक के जरिए कोरोना पर अल्पसंख्यक आबादी को उकसाने के लिए एक निजी साइबर संस्था ने रिसर्च कर 30,000 वीडियो की जांच कर गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी है। जांच में पता चला है कि ज्यादातर वीडियो पाकिस्तान समेत मिडिल ईस्ट एशिया में बनाए गए हैं। इन वीडियो को भारत भेजकर यहां की स्थानीय भाषाओं में तब्दील कर दिया गया है। इसका खुलासा होने के बाद केंद्र सरकार भी सक्रिय हो गई है।